बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के गौरेला पेंड्रा मरवाही में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस नेताओं ने भिलाई विधायक देवेंद्र यादव की गिरफ्तारी को लेकर भाजपा सरकार पर तीखे हमले किए। पूर्व विधायक शैलेश पांडे ने इस गिरफ्तारी को एक राजनीतिक षड्यंत्र करार दिया और आरोप लगाया कि भाजपा सरकार ने विपक्षी नेताओं को निशाना बनाने के लिए यह कदम उठाया है।
नाकामी को छिपाने का प्रयास
शैलेश पांडे ने कहा कि भाजपा सरकार अपनी नाकामी और देशभर में हुई बदनामी को छुपाने के लिए विपक्ष के नेताओं को परेशान कर रही है। उन्होंने बताया कि देवेंद्र यादव न तो किसी मंच पर गए थे और न ही उन्होंने कोई भाषण दिया था, बल्कि वे सिर्फ कुछ मिनटों के लिए भीड़ में मौजूद थे। इसके बावजूद, उन्हें बिना किसी ठोस साक्ष्य के गिरफ्तार कर लिया गया। पांडे ने सवाल उठाया कि सरकार ने किन भाजपा नेताओं से पूछताछ की और किन्हें नोटिस जारी किया? उन्होंने न्यायसंगत कार्यवाही की मांग की।
व्यवहार अलोकतांत्रिक
शैलेश पांडे ने भाजपा सरकार के चरित्र और व्यवहार को अलोकतांत्रिक बताया। उन्होंने कहा कि सरकार ने पत्रकारों को फंसाने के लिए उनकी गाड़ियों में गांजा रखा, और विपक्षी विधायकों को झूठे मुकदमों में फंसा कर गिरफ्तार किया गया। उन्होंने बलौदाबाजार की आगजनी घटना को सरकार और प्रशासन की बड़ी लापरवाही और असामाजिक तत्वों की घुसपैठ का परिणाम बताया। पांडे ने कहा कि यदि समय रहते जैतखाम को क्षति पहुंचाने वालों पर कार्यवाही की गई होती और समाज से संवाद स्थापित किया गया होता, तो ऐसी घटना को रोका जा सकता था।
भाजपा नेताओं की भूमिका की जांच हो
पांडे ने भाजपा के जिलाध्यक्ष सनम जांगड़े और अन्य नेताओं की भूमिका की जांच की मांग की। उन्होंने सवाल उठाया कि इतनी बड़ी घटना के बाद भी भड़काऊ भाषण देने वालों की गिरफ्तारी क्यों नहीं हुई? उन्होंने आरोप लगाया कि रैली में शामिल हजारों लोगों के लिए भोजन, मंच और अन्य व्यवस्थाएं किसने कीं, और नागपुर से आए लोगों पर सरकार ने नजर क्यों नहीं रखी? उन्होंने कहा कि पूरी घटना के लिए भाजपा सरकार जिम्मेदार है।
इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता उत्तम वासुदेव, अशोक शर्मा, पवन केशरवानी सहित बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता और पदाधिकारी मौजूद थे।