बिलासपुर। वनमंडल बिलासपुर व अचानकमार टाइगर रिजर्व की संयुक्त टीम ने पेंगोलिन की खाल, हड्डी और तेंदुये के दांत की बिक्री करने के लिए घूम रहे पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है। सभी कोर्ट के आदेश पर जेल भेज दिए गए हैं।
वन विभाग को खबर मिली कि कोटा में सीवी रामन यूनिवर्सिटी के पास कुछ लोग वन्य जीवों के खाल व हड्डियों लेकर रुके हुए हैं और ग्राहक का इंतजार कर रहे हैं। वन विभाग की संयुक्त टीम ने पहुंचकर अर्टिका कार में सवार मुंगेली जिले के खुड़िया और चचेड़ी ग्राम के पांच आरोपियों अमन कारीकांत, रमेश कतलम, भरत ध्रुव, रिंकू मरावी और अंकित जोगांश को हिरासत में ले लिया। उनके पास से पेंगोलीन की खाल, दांत और हड्डियां तथा तेंदुए की दांत मिली, जिन्हें जब्त कर लिया गया। आरोपियों ने बताया कि उन्होंने 6 माह पहले तेंदुए का शिकार किया था और उसे जमीन पर दफना दिया था। उसे अभी बिक्री के लिए लाये थे। आरोपियों की बताई गई जगह आलमखार में वन विभाग की टीम ने खुदाई कराई, जहां तेंदुए का अवशेष मिला। वन्य जीवों के इन अंगों की कीमत अंतर्राष्ट्रीय बाजार में लाखों रुपये बताई जा रही है। आरोपियों में एक रिंकू मरावी की 21 अप्रैल को शादी होनी थी। सभी आरोपी जेल भेज दिए गए हैं।