बिलासपुर। कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए लागू लॉकडाउन के कारण गुरुद्वारा दयालबंद में संगतों का एकत्र होना रोक दिया गया है पर करीब 150 घरों में भयंकर महामारी की रोकथाम के लिए अलग-अलग सहज पाठ किया जा रहा है। इसमें सबको वाट्सएप के जरिये जोड़ा गया है। दूसरी ओर महामाया रतनपुर मंदिर का एक वीडियो जारी हुआ है जिसमें दिखाई दे रहा है पुजारी इस नवरात्रि में पूजा-पाठ करते समय सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ध्यान रख रहे हैं।
श्री सुखमनी साहेब सर्कल की अध्यक्ष रोमी सलूजा ने बताया कि गुरुद्वारा दयालबंद द्रारा मुख्यमंत्री एवं प्रधानमंत्री के आह्वान पर पूरी तरह लॉकडाउन का पालन किया जा रहा है। गुरुद्वारे में सामूहिक संगत पर रोक लगी हुई है लेकिन इस कोरोना महामारी के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी एवं श्री सुखमनी साहेब सर्कल द्वारा सहज पाठ प्रारंभ किया गया है। इसमें घर पर रहकर वाट्सएप के जरिये गुरुनानक का स्मरण किया जा रहा है। इसमें बिलासपुर के अलावा रायपुर, सरगांव, बिल्हा आदि से लगभग 150 बच्चे, बूढ़े, बुजुर्ग, जवान सभी भाग ले रहे हैं। सब का उद्देश्य है इस भयंकर महामारी की रोकथाम हो सके। सिख धर्म में इस पाठ को लेकर विशेष आस्था है और विश्वास है कि कठिन परिस्थितियों में सिर्फ गुरुवाणी का सहारा है।
दूसरी ओर कोरोना वायरस के चलते महामाया मंदिर रतनपुर में इस बार श्रद्धालुओं का प्रवेश निषिद्ध है। इस बार श्रद्धालुओं के ज्योति कलश भी नहीं जलाये गये हैं। यहां देश के सर्वाधिक ज्योति कलश जलाये जाते रहे हैं। हर साल यहां लाखों श्रद्धालु इन दिनों में पहुंचते हैं पर इस बार यह परिसर सूना है। विषम परिस्थितियों में महामाया मंदिर में नवरात्रि इस बार अलग है। यहां प्रतिदिन विधि विधान से नवरात्र की पूजा हो रही है, जिसमें परिसर में उपस्थित सारे पुजारी व सेवक सोशल डिस्टेंस के नियम का पालन करते हुए महामाया का श्रृंगार, पाठ व आरती कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर इसे लेकर एक वीडियो भी आज वायरल हुआ है।