विश्वविद्यालय में आदमकद प्रतिमा का अनावरण किया राज्यपाल उइके ने
बिलासपुर। राज्यपाल अनुसूईया उईके ने रविवार को अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय परिसर में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की आदमकद प्रतिमा का अनावरण किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि वाजपेयी को सभी वर्गों, दलों में समान रूप से स्वीकार्यता थी।
उईके ने जयंती पर वाजपेयी एवं पं. मदनमोहन मालवीय को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनका कहा कि अटलजी सच्चे जननायक थे। जटिल विषयों पर भी वे देशहित में त्वरित निर्णय लेते थे। देश के प्रति उनका योगदान सदैव स्मरणीय रहेगा। उन्होंने अटलजी की प्रतिमा से प्रेरणा लेकर देश को नई बुलंदियों पर ले जाने के लिए छात्रों और युवाओं का आह्वान किया। उन्होंने अटलजी के साथ बिताए अपने महत्वपूर्ण अवसरों को साझा भी किया।
विश्वविद्यालय में रविवार को तीन दिवसीय ‘कुल उत्सव’ का समापन हुआ। उन्होंने आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर छत्तीसगढ़ के 75 स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के नामयुक्त शिलालेख का भी लोकार्पण किया। उईके ने विश्वविद्यालय स्तर पर आयोजित छत्तीसगढ़ी खेलकूद एवं संस्कृति पर आधारित प्रतियोगिताओं के विजेता प्रतिभागियों को पुरस्कार एवं प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया। उन्होंने विश्वविद्यालय की त्रैमासिक पत्रिका ‘कन्हार’ के नए अंक सहित विभिन्न प्रकाशनों का विमोचन भी किया। उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए कार्यक्रम से जुड़े। उन्होंने समारोह की अध्यक्षता की। कार्यक्रम में सांसद अरूण साव, पूर्व न्यायाधीश सतीश अग्निहोत्री, संसदीय सचिव रश्मि सिंह विधायक शैलेश पाण्डेय, बेलतरा विधायक रजनीश सिंह एवं कुलपति आचार्य अरूण दिवाकर नाथ वाजपेयी विशेष रूप से उपस्थित थे।
मुख्य वक्ता एवं जस्टिस अग्निहोत्री ने कहा कि अटलजी सही मायने में राजनेता थे। वसुधैव कुटुम्बकम् के भारतीय दर्शन पर उनका अटूट विश्वास था। संपूर्ण मानवता के कल्याण के लिए उन्होंने काम किया। उन्होंने कई उदाहरण देकर वसुधैव कुटुम्बकम का वास्तविक अर्थ भी समझाया। कुलपति आचार्य अरूण दीवाकर नाथ वाजपेयी ने स्वागत भाषण एवं प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। उन्होंने पौधे एवं छत्तीसगढ़ी व्यंजनों से युक्त टोकरी भेंटकर अतिथियों का स्वागत किया। उन्होंने इस अवसर पर विश्वविद्यालय की शैक्षणिक एवं अन्य क्षेत्रों में विशिष्ट उपलब्धियों की जानकारी से समारोह को अवगत कराया। कुलसचिव शैलेन्द्र दुबे ने आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर नंदकुमार पटेल विश्वविद्यालय के कुलपति एलपी पटेरिया, सुन्दरलाल शर्मा विश्वविद्यालय के कुलपति वंशगोपाल सिंह सहित बड़ी संख्या में विश्वविद्यालय के प्रोफेसर, छात्र-छात्राएं एवं नागरिक उपस्थित थे।