बिलासपुर। डॉ. सी.वी. रमन विश्वविद्यालय में 23 अगस्त को भारतीय अंतरिक्ष दिवस का आयोजन किया गया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों के साथ कोटा अंचल के विभिन्न स्कूलों के विद्यार्थियों ने भी भाग लिया। कार्यक्रम में उन्हें अंतरिक्ष, विज्ञान, और तकनीक के क्षेत्र में विस्तृत जानकारी प्रदान की गई।

इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. रवि प्रकाश दुबे ने विद्यार्थियों से संवाद किया। उन्होंने बताया कि चंद्रयान-3 की सफलता के बाद भारत सरकार ने 23 अगस्त को भारतीय अंतरिक्ष दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की थी। कुलपति ने कहा, “भारत 2047 तक विकसित राष्ट्र बनने की दिशा में तेजी से अग्रसर है, और इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए हर क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति हो रही है, विशेषकर अंतरिक्ष विज्ञान में।”

भावी पीढ़ी के लिए प्रेरणा

कुलपति ने आगे कहा कि अंतरिक्ष, ज्ञान, विज्ञान, और तकनीक में विद्यार्थियों की रुचि बढ़ाने के लिए ऐसे आयोजन महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने कहा, “आज की युवा पीढ़ी में इस क्षेत्र के प्रति जिज्ञासा और रुचि जागृत करने के लिए यह आयोजन किया गया है। यही बच्चे भविष्य के वैज्ञानिक बनेंगे।”

कार्यक्रम में विद्यार्थियों को अंतरिक्ष पर आधारित फिल्में दिखाई गईं और बैनर-पोस्टर के माध्यम से भी जानकारी दी गई। प्रोफेसर दुबे ने स्कूलों से आए विद्यार्थियों से खुलकर चर्चा की और उनके सवालों के उत्तर दिए।

संयुक्त प्रयासों का परिणाम

यह आयोजन डॉ. सी.वी. रमन विश्वविद्यालय के रमन सेंटर फॉर साइंस कम्युनिकेशन, भारतीय भौतिकी परिषद, शीला एकेडमिक जन सेवा समिति, और आइक्यूएसी द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित किया गया था। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुल सचिव डॉ. अरविंद तिवारी, सम कुलपति प्रोफेसर जयति चटर्जी, रविंद्र नाथ टैगोर विश्वविद्यालय भोपाल के रजिस्ट्रार विजय सिंह, और कोटा अंचल के विभिन्न स्कूलों के विद्यार्थी एवं प्राध्यापक बड़ी संख्या में उपस्थित थे।

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