बिलासपुर। डॉ. सीवी रमन विश्वविद्यालय में नवप्रवेशी विद्यार्थियों के लिए दीक्षा आरंभ कार्यक्रम का आयोजन हुआ। इस कार्यक्रम में विद्यार्थियों ने अपने जीवन के लक्ष्यों को पुनः संकल्पित किया और उज्ज्वल भविष्य की ओर कदम बढ़ाने का वादा किया। उत्साह से भरे विद्यार्थियों ने विश्वविद्यालय में अपने पहले दिन को खास बताया।
सवालों से सफलता की दिशा
मुख्य अतिथि उमेश कुमार गुप्ता, आईपीएस, ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि सवाल पूछने की आदत सफलता की ओर पहला कदम होती है। उन्होंने कहा, “नॉलेज आपको मल्टी-टैलेंटेड बनाती है। लक्ष्य लेकर चलें, क्योंकि बिना लक्ष्य के कोई सफलता संभव नहीं है।” अपने संघर्षपूर्ण जीवन के अनुभव साझा करते हुए, उन्होंने विद्यार्थियों को सकारात्मक सोच और निरंतर मेहनत की महत्ता समझाई।
निरंतर मेहनत का कोई विकल्प नहीं
सीआरपीएफ भरनी के कमांडेंट मयंक डडसेना ने विद्यार्थियों को मेहनत का महत्व समझाया। उन्होंने कहा कि निरंतर परिश्रम ही सफलता की कुंजी है। उन्होंने सीआरपीएफ के शौर्य दिवस और पुलिस स्मरण दिवस के बारे में बताते हुए, इस क्षेत्र में करियर बनाने की संभावनाओं पर चर्चा की।
शिक्षा और जीवन के अन्य पहलू
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. रवि प्रकाश दुबे ने विद्यार्थियों को अपने लक्ष्य तय करने की प्रेरणा दी। उन्होंने कहा, “आज का दिन आपके जीवन का सबसे प्रेरणादायक दिन है। कला, संस्कृति, साहित्य, खेल और शिक्षा सभी क्षेत्रों में करियर की संभावनाएं हैं।”
सम कुलपति प्रो. जयंती चटर्जी ने विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए कहा, “आज दीक्षा आरंभ है और कुछ वर्षों बाद दीक्षांत। इस समय को सुनहरा बनाना आपके हाथ में है।” कार्यक्रम के अंत में विश्वविद्यालय के कुल सचिव डॉ. अरविंद तिवारी ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर आधारित नई योजनाओं की जानकारी दी।