चालक की मदद मिलने से पहले ही हो चुकी थी मौत
तखतपुर। राजनांदगांव से झारखंड मुर्गी दाना लेकर जा रहे दुर्घटनाग्रस्त डंपर में फंसे एक युवक को 112 के जवानों ने हौसला दिखाकर जिंदा बाहर निकाल लिया। हालांकि इस दुर्घटना में चालक की मौके पर पहले ही मौत हो गई।
रात्रि 2 बजे एक डंपर 709, अनियंत्रित होकर तखतपुर थाने के खम्हरिया गांव के पास गड्ढे में गिर गई। सूचना मिलने पर 112 वाहन के आरक्षक नीलकमल राजपूत और चालक वीरेंद्र मनहर वहां पहुंचे। दोनों जवानों ने देखा कि वाहन का ज्यादातर हिस्सा गड्ढे में घुस गया है। उसमें सवार दोनों लोग बुरी तरह फंसे हुए हैं। चालक के साथ बैठा युवक चीख-चीख कर गुहार लगा रहा था कि मुझे किसी तरह बाहर निकाल लो। क्षतिग्रस्त वाहन में युवक का पैर फंसा हुआ था। जवानों ने उसे कहा कि हिम्मत रखो, हम निकालते हैं। रात में ही जवानों ने गैस कटर और एक्सीवेटर की ढूंढ कर व्यवस्था की। रेसक्यू के दौरान चालक नीलकमल और वीरेंद्र घायल फंसे युवक को ढाढस बंधाते और हिम्मत रखने के लिए कहते रहे। आखिर 4 घंटे की कोशिश के बाद सुबह-सुबह डंपर में फंसे युवक मन्नू मांझी को जिंदा बाहर निकाल लिया गया। जवानों की कोशिश को देखकर ग्रामीण भी पहुंच गए थे और उन्होंने भी मदद की। घायल युवक को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज के लिए ले जाया गया। दुर्घटना में चालक महेंद्र सिंह की मौके पर ही मौत हो गई। दोनों झारखंड के ही रहने वाले हैं। 112 टीम के दोनों जवानों की तत्परता से एक घायल युवक की जान बच गई जिसकी सराहना हो रही है।
(रिपोर्ट टेकचंद कारड़ा)