रविवार की सुबह 8:40 बजे बरेली जिले के बिलपुर के पास बहगुल नदी पर पंजाब मेल की एक जनरल बोगी में आग लगने की अफवाह से हड़कंप मच गया। ट्रेन को तुरंत चेन खींचकर रोका गया, जिससे आधी बोगी नदी के पुल पर और आधी बाहर अटक गई। ट्रेन रुकते ही दहशत में आए यात्रियों ने नीचे कूदना शुरू कर दिया, जिससे भगदड़ की स्थिति उत्पन्न हो गई।

दहशत में यात्रियों की छलांग, 20 से अधिक घायल

आग की अफवाह के चलते ट्रेन से कूदने वालों में 20 से अधिक यात्री घायल हो गए, जिनमें से 7 की हालत गंभीर बताई जा रही है। हादसा बरेली और मीरानपुर कटरा स्टेशन के बीच हुआ। अचानक हुई इस भगदड़ ने ट्रेन के कई डिब्बों को खाली करा दिया और यात्रियों में भय का माहौल फैल गया।

घटना की जांच में जुटी रेलवे, अफवाह निकली झूठी

घटना की सूचना मिलते ही चालक और गार्ड ने तुरंत बोगी की जांच की। जांच में पाया गया कि कहीं कोई आग नहीं लगी थी और स्थिति सामान्य थी। इसके बाद घायलों को महिला और गार्ड की बोगी में बिठाकर ट्रेन को 20 मिनट बाद रवाना किया गया। ट्रेन को शाहजहांपुर स्टेशन पर रोका गया, जहां रेलवे के अधिकारियों और सुरक्षाकर्मियों ने घायलों को एंबुलेंस से राजकीय मेडिकल कॉलेज भिजवाया।

धुआं देखकर फैली अफवाह, सीजफायर सिलेंडर बनी वजह

GRP अधिकारी ने बताया कि पंजाब मेल एक्सप्रेस, जो अमृतसर से हावड़ा जा रही थी, सुबह करीब साढ़े 8 बजे बिलपुर और मीरानपुर कटरा स्टेशन के बीच पहुंची थी। उसी समय जनरल बोगी में धुंआ उठता देख यात्रियों को आग लगने का शक हुआ। एक यात्री के अनुसार, यह धुंआ सीजफायर सिलेंडर के लीक होने के कारण निकला था, लेकिन कुछ लोगों ने इसे आग का धुंआ समझकर शोर मचाना शुरू कर दिया, जिससे अफवाह फैली और भगदड़ मच गई।

शरारती तत्वों की तलाश में जांच शुरू

मुरादाबाद रेल मंडल के सीनियर डीसीएम आदित्य गुप्ता ने बताया कि घटना की गहन जांच की जा रही है और शरारती तत्वों की पहचान के लिए सभी संभावित कदम उठाए जा रहे हैं। इस अफवाह ने यात्रियों के बीच जो दहशत फैलाई, उसकी जड़ तक पहुंचने के प्रयास जारी हैं।

 

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