बिलासपुर। गर्भपात कराने के लिए अपने ब्वाय फ्रैंड के साथ झोला छाप डॉक्टर के पास गई युवती की इलाज के दौरान तबियत बिगड़ गई। घंटो इलाज के बाद गंभीर हालत में उसे सिम्स चिकित्सालय में भर्ती कराया गया, जहां उसकी मौत हो गई।
जानकारी के मुताबिक उक्त 21 वर्षीय युवती जांजगीर-चांपा जिले के मुलमुला के पास रहती थी और अकलतरा के एक कॉलेज में फाइनल ईयर की पढ़ाई कर रही थी। यहां उसकी दिलीप कश्यप से दोस्ती हो गई। इसी बीच उसे 5 माह का गर्भ ठहर गया। उसने अपने प्रेमी को यह बात बताई तो दोनों ने गर्भपात कराने का निर्णय लिया। दिलीप उसे अपने चचेरे भाई और भाभी के पास पामगढ़ के समीप ग्राम ससहा लेकर आया। यहां वे दोनों पति-पत्नी क्लीनिक चलाते हैं। उनके पास प्रैक्टिस के लिए कोई वैध डिग्री नहीं है। गर्भपात के लिए युवती को उन्होंने कुछ दवाई दी, जिससे उसकी तबियत बिगड़ने लगी। दूसरी दवाई और इंजेक्शन देकर उसे होश में लाने की कोशिश की गई तो तबियत और ज्यादा खराब हो गई। तब उसे वे सिम्स चिकित्सालय बिलासपुर लेकर आए। इलाज के दौरान यहां उसकी मौत हो गई। डॉक्टरों का कहना है कि उसे देर से लाया गया। तबियत बिगड़ने के तुरंत बाद लाया गया होता तो जान बचने की संभावना थी।
इधर, युवती कॉलेज जाने का नाम लेकर घर से निकली थी। शाम तक जब वह घर नहीं पहुंची तो घरवालों ने फोन लगाकर युवती से बात की। युवती ने कहा कि उसकी गाड़ी पंचर हो गई है। उसने अपनी एक सहेली से भी घर में बात कराई। रात को सिम्स चिकित्सालय में भर्ती कराने के बाद परिवार को फोन पर जानकारी दी गई। मृतक छात्रा की बड़ी बहन को पूर्व में इस प्रेम प्रसंग का पता चल गया था। युवक दिलीप कश्यप को उसने अपनी बहन से दूर रहने की हिदायत भी दी थी लेकिन दोनों ने इसके बावजूद मिलना-जुलना जारी रखा।
सिम्स चौकी पुलिस ने शून्य में मामला दर्ज कर मामला पामगढ़ थाने में भेज दिया है। पामगढ़ पुलिस झोला छाप डॉक्टर दंपती और उसके प्रेमी से पूछताछ कर रही है। इसके बाद अपराध दर्ज किया जाएगा।