रायपुर। एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) और आर्थिक अपराध शाखा (EOW) ने संयुक्त रूप से छत्तीसगढ़ समेत कई राज्यों में आय से अधिक संपत्ति के मामलों में बड़े पैमाने पर छापेमारी की है। यह कार्रवाई निलंबित IAS समीर बिश्नोई, रानू साहू और राज्य प्रशासनिक सेवा की अधिकारी सौम्या चौरसिया के ठिकानों पर की गई। छत्तीसगढ़, राजस्थान, कर्नाटक और झारखंड सहित 19 ठिकानों पर हुई इस कार्रवाई में करोड़ों की संपत्ति का खुलासा हुआ है।
सूत्रों के अनुसार, EOW की 20 टीमों ने छत्तीसगढ़ के भिलाई, रायगढ़ और कोरबा के साथ-साथ राजस्थान, झारखंड और बेंगलुरु में एक साथ दबिश दी। इनमें से 16 टीमें छत्तीसगढ़ में और बाकी 4 टीमें अन्य राज्यों में कार्रवाई कर रही हैं। छापेमारी के दौरान इन अधिकारियों से जुड़े व्यापारियों के ठिकानों पर भी तलाशी ली गई, जिनका प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से इन अधिकारियों के कारोबार से संबंध बताया जा रहा है।
समीर बिश्नोई के ससुराल में छापा: सूत्रों ने जानकारी दी कि निलंबित IAS समीर बिश्नोई ने अपनी संपत्ति का कुछ हिस्सा राजस्थान के अनूपगढ़ और हनुमानगढ़ में निवेश किया था। उसी की जांच के लिए ACB की एक टीम वहां पहुंची। समीर ने राजस्थान में कई एकड़ जमीन के साथ रूई और बर्फ की फैक्ट्रियों में भी पैसा लगाया है। टीम ने समीर के ससुराल में व्यापक स्तर पर छापेमारी की और कई महत्वपूर्ण दस्तावेज जब्त किए।
सौम्या चौरसिया और रानू साहू के ठिकानों पर भी छापेमारी: सौम्या चौरसिया के बेंगलुरु स्थित घर और झारखंड के ठिकानों पर भी छापेमारी की गई। इसके साथ ही रानू साहू के करीबी माने जाने वाले व्यापारियों के ठिकानों पर भी कार्रवाई जारी है।
छत्तीसगढ़ में भी कई ठिकानों पर छापेमारी: छत्तीसगढ़ में निलंबित अधिकारियों से जुड़े कई व्यापारियों के घरों और ठिकानों पर भी छापेमारी की गई। भिलाई में होटल कारोबारी अनिल कुमार पाठक, कोरबा में ठेकेदार एमएस पटेल, और रायगढ़ में ट्रांसपोर्टर नवनीत तिवारी के घरों पर कार्रवाई की गई। ACB की टीमों ने इन ठिकानों से कई महत्वपूर्ण दस्तावेज और संपत्ति का ब्योरा जब्त किया है। पटेल के बारे में पता चला है कि उनके घर सौम्या चौरसिया की बहन का विवाह हुआ है।
मालूम हो कि समीर बिश्नोई, रानू साहू और सौम्या चौरसिया वर्तमान में रायपुर सेंट्रल जेल में बंद हैं। कोयला लेवी के मामले में इन तीनों अफसरों की संलिप्तता की जांच पहले ही ED द्वारा की जा चुकी है, जिसके बाद EOW ने भी इनके खिलाफ आय से अधिक संपत्ति के मामले में कार्रवाई शुरू की।