बिलासपुर. जिले में टीके की कमी से टीकाकरण अभियान पटरी से उतरा गया। शुक्रवार को सिर्फ दो केंद्रों में लोगों को वैक्सीन लगाई गई। जबकि 382 केन्द्रों को बंद रखा गया। मौजूदा स्थिति में स्वास्थ्य विभाग के पास टीके की 200 डोज ही बची है। ऐसे में शनिवार को टीकाकरण अभियान पर ब्रेक लग सकता है, लेकिन इन सब के बीच स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि संभवतः शुक्रवार को देर रात टीका भेजा जा सकता है। यानि टीका आ गया तो टीकाकरण संचालित होते रहेगा। जिस तरह से एक महीने पहले राज्य शासन द्वारा समय पर टीका उपलब्ध नहीं कराने से अभियान ठप पड़ गया था, वही स्थिति अब केन्द्र सरकार द्वारा चलाए जा रहे टीकाकरण अभियान में हो गया है। केन्द्र सरकार भी समय पर टीका उपलबध नहीं करा पा रही है। ऐसे में एक बार फिर टीकाकरण थमने के कगार पर आकर खड़ा हो गया है। केन्द्र सरकार ने 21 जून से टीकाकरण अभियान को अपने हाथ में लिया है। इस दौरान कहा गया कि अब टीका की कमी नहीं होगी, लगातार टीका की सप्लाई की जाएगी और टीकाकरण होता रहेगा, लेकिन यह दावा अब खोखला साबित होने लगा है। 21 से 30 जून तक टीका का स्टाक रहने पर टीकाकरण ने रफ्तार पकड़ हुई थी, लेकिन इसके बाद 1 व 2 जुलाई को स्टाक की कमी का असर दिखने लगा और टीकाकरण गिरकर हजार से नीचे आ गया। वहीं अब स्वास्थ्य विभाग यह स्पष्ट नहीं कर पा रहा है कि टीके की खेप कब आएगी, लेकिन यह जानकारी दी जा रही है कि दिल्ली से रायपुर ढाई टीके की डोज भेजी जा चुकी है। संभवतः शुक्रवार की देर रात तक जिले को कुछ टीके मिल सकते हैं। इससे यह साफ है कि यदि टीका मिलता भी है तो ज्यादा मात्रा में नहीं मिलेगा। जिससे दो से तीन दिन तक ही टीकाकरण संचालित हो सकेगा। इसके बाद फिर टीके को लेकर दिक्कत शुरू होगी और टीकाकरण प्रभावित हो जाएगा। फिलहाल अभी की स्थिति तक टीका भेजा नहीं गया हे। ऐसे में शनिवार को टीकाकरण के बंद होने की आशंका को भी दरकिनार नहीं किया जा सकता। 21 जून से टीकाकरण संचालित करने के लिए जिले को कुल एक लाख 15 हजार डोज मिले थे। उनमें से 90 हजार कोविडशील्ड और 25 कोवैक्सीन की डोज रही। लेकिन 25 हजार कोविडशील्ड डोज कोरबा को देनी पड़ी। ऐस में 90 हजार के साथ उससे पहले बचे टीके के माध्यम से टीकाकरण संचालित किया गया। लेकिन अब तक यह खत्म हो चुका है। सिर्फ 200 डोज बेची है। एक बार फिर युवाओं को टीकाकरण के लिए शनिवार को केन्द्रों का चक्कर लगाना पड़ा है। शहरी क्षेत्र में 31 केन्द्र संचालित हो रहे हैं, लेकिन शुक्रवार को सिर्फ दो केन्द्रों में टीका लगाया गया। ऐसे में युवा वर्ग के साथ 45 साल से उपर आयु हितग्राही जिन्हें दूसरे चरण की डोज लगना थी, वे केन्द्रों में चक्कर काटते नजर आए।