छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर में एक युवा व्यवसायी की हत्या का सनसनीखेज मामला सामने आया है। अंबिका स्टील इंडस्ट्रीज के संचालक महेश केडिया के बेटे 25 वर्षीय अक्षत अग्रवाल की मंगलवार शाम को गोली मारकर हत्या कर दी गई। इस हत्याकांड ने पूरे क्षेत्र में सनसनी फैला दी है।

मंगलवार शाम को अक्षत अग्रवाल अपनी हुंडई कार में घर से निकले, लेकिन जब वह देर रात तक घर नहीं लौटे, तो परिजनों ने उनकी गुमशुदगी की शिकायत गांधीनगर थाने में दर्ज कराई। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए जांच शुरू की और जल्द ही एक संदेही, संजीव मंडल को हिरासत में लिया। संजीव मंडल पहले अंबिका स्टील इंडस्ट्रीज में काम करता था और उसे मंगलवार को अक्षत के साथ कार में देखा गया था।

जंगल में कार के भीतर मिला शव

बुधवार सुबह, चठिरमा के जंगल में गौशाला के पास एक हुंडई कार संदिग्ध अवस्था में खड़ी पाई गई। जब स्थानीय लोग कार के पास पहुंचे, तो उन्होंने ड्राइवर की सीट पर एक युवक का शव देखा। सूचना मिलने पर ASP अमोलक सिंह, गांधीनगर थाना प्रभारी प्रदीप जायसवाल, और फॉरेंसिक विशेषज्ञ कुलदीप कुजूर की टीम मौके पर पहुंची। पुलिस ने कार का शीशा तोड़कर दरवाजा खोला और शव को बाहर निकाला।

गोली मारकर हत्या की पुष्टि

पुलिस ने जांच के दौरान पाया कि अक्षत अग्रवाल को रिवॉल्वर से तीन गोलियां मारी गई थीं, जिनमें से दो गोलियां उनके सीने में और एक पेट में लगी थी। कार के अंदर और शीशों पर खून के छींटे पाए गए। मौके से तीन महंगे पिस्टल भी बरामद हुए, जिनके लाइसेंस नहीं थे। यह भी खुलासा हुआ कि हत्या में इस्तेमाल की गई पिस्टल मृतक अक्षत अग्रवाल की ही थी।

चेन, अंगूठी, नगदी गायब

पुलिस ने मौके पर शव की जांच करते समय पाया कि अक्षत के गले की सोने की चेन, दो अंगूठी और नगदी गायब थी, जिससे पुलिस को लूट के इरादे से हत्या का शक हो रहा है। हालांकि, पुलिस अभी भी इस मामले में जांच कर रही है और संदेही से पूछताछ कर रही है ताकि हत्या के पीछे की सही वजह का पता चल सके।

पुराने कर्मचारी से गहन पूछताछ

गांधीनगर थाना पुलिस ने इस मामले को हत्या के तहत दर्ज कर लिया है और जांच जारी है। इस मामले में और भी तथ्यों के सामने आने की संभावना है, क्योंकि पुलिस संजीव मंडल से गहन पूछताछ कर रही है। पुलिस इस हत्या की असली वजह का पता लगाने में जुटी हुई है।

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