बिलासपुर। पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह के निर्देशन में शहर की विभिन्न फाइनेंस कंपनियों के 60-70 डायरेक्टरों और मैनेजरों की बैठक आयोजित की गई। बैठक में फाइनेंस प्रक्रिया को पारदर्शी और कानूनी दायरे में रखने के लिए  निर्देश दिए गए।

गोल्ड लोन पर विशेष ध्यान
गोल्ड लोन देने वाली कंपनियों को निर्देश दिया गया कि लोन देने से पहले सोने की प्रमाणिकता की जांच करें। किसी भी प्रकार का संदेह होने पर तुरंत पुलिस थाने या कंट्रोल रूम को सूचित करें।

चरित्र सत्यापन अनिवार्य
फाइनेंस कंपनियों के कर्मचारियों का पुलिस चरित्र सत्यापन अनिवार्य किया गया है। सभी कंपनियों को निर्देशित किया गया कि वे अपने कर्मचारियों की सूची संबंधित थानों में जल्द से जल्द जमा करें।

सीजिंग प्रक्रिया में पारदर्शिता
वाहनों की सीजिंग के दौरान उचित प्रक्रिया का पालन करने की सख्त हिदायत दी गई। पुलिस ने स्पष्ट किया कि बिना प्रक्रिया का पालन किए सिजिंग करने पर संबंधित कंपनियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी।

डरा-धमका कर वसूली पर रोक
बैठक में यह भी कहा गया कि फाइनेंस कंपनियां ऐसे व्यक्तियों को नोटिस देने के लिए न भेजें जो डरा-धमकाकर व्यवहार करते हैं। पुलिस ने चेतावनी दी है कि ऐसे तत्वों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।

बैठक में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (शहर) राजेंद्र जायसवाल और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक उदयन बेहार ने भी भाग लिया। फाइनेंस कंपनियों के प्रतिनिधियों ने पुलिस के निर्देशों का पालन करने की सहमति व्यक्त की और बिलासपुर पुलिस का धन्यवाद ज्ञापित किया।

कोई जवाब दें

Please enter your comment!
Please enter your name here