सीपत थाने में 72 गांवों का शिकायत समाधान शिविर लगा, एसएसपी रहे मौजूद
बिलासपुर। सीपत थाना परिसर में सोमवार को शिकायत समाधान शिविर का आयोजन हुआ, जिसमें वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह खुद पहुंचे और जुहली गांव की महिलाओं के जज़्बे को सलाम किया। उन्होंने कहा कि जुहली की महिलाएं महिला कमांडो बनकर एक मिसाल बन चुकी हैं, जिन्होंने गांव को नशामुक्त बनाकर पूरे जिले और प्रदेश को गौरवान्वित किया है।
🔹 जुहली की महिलाएं बनीं प्रेरणा
शिविर में जुहली की 55 महिलाओं को ‘महिला कमांडो’ का सम्मान मिला। इन महिलाओं ने गांव में गांजा, शराब और अन्य नशे के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है। इसके साथ ही सहयोग करने वाले 10 बुजुर्गों को भी सम्मानित किया गया। एसएसपी ने कहा कि यह सिर्फ एक शुरुआत है, जुहली जल्द ही एक आदर्श गांव के रूप में उभरेगा।
🔹 शिकायतों का मौके पर समाधान
शिविर में कुल 18 शिकायतें प्राप्त हुईं, जिनमें से 2 मामलों में तुरंत FIR दर्ज की गई और 2 मामलों में पति-पत्नी और बाप-बेटे के बीच समझौता भी कराया गया। बाकी मामलों का भी मौके पर निपटारा किया गया।
🔹 महिलाओं की हिम्मत को सलाम
एसएसपी रजनेश सिंह ने कहा, “पुलिस अकेले कुछ नहीं कर सकती, जब समाज साथ आए तो बड़े से बड़ा अपराध रुक सकता है। जुहली की महिलाओं ने यह कर दिखाया है। अब सिर्फ शराब नहीं, बल्कि हर प्रकार के नशे से लड़ाई जरूरी है।” उन्होंने कहा कि अगर किसी की आंखों के सामने नशे का कारोबार चल रहा है, तो अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
🔹 ASP झा ने महिलाओं को दिया सशक्तिकरण का संदेश
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अर्चना झा ने महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा कि जब महिला आगे बढ़ती है, तो पूरा समाज आगे बढ़ता है। उन्होंने नारी सशक्तिकरण, नशा मुक्ति और बच्चों को बेहतर संस्कार देने की बात कही।
🔹 ग्रामीणों की भागीदारी
कार्यक्रम में जुहली की महिला विष्णु देवी सारथी और दुखनीबाई मरकाम ने बताया कि 300 महिलाओं ने लाठी लेकर गांव से नशा भगाने की ठानी थी और अब गांव लगभग नशामुक्त है। जुहली की महिलाओं को आदिवासी गमछा, लाठी और सिटी देकर सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर कांग्रेस नेता प्रमोद जायसवाल ने खांडा गांव में बन रही अवैध शराब की शिकायत भी दी।
🔹 बड़ी संख्या में ग्रामीण शामिल
इस कार्यक्रम में 72 गांवों के लोग, जनप्रतिनिधि, सरपंच, महिला-पुरुष शामिल हुए। आयोजन को सफल बनाने में सीपत थाने के पुलिसकर्मियों की खास भूमिका रही।