बिलासपुर मस्तूरी ब्लॉक में छात्राओं के समर्थन में गए एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं के खिलाफ शासकीय कार्य में बाधा डालने के आरोप में एफआईआर दर्ज की गई है। इस कार्रवाई के विरोध में कांग्रेस ने पुलिस महानिरीक्षक से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा और एफआईआर को वापस लेने की मांग की।

मस्तूरी बीईओ शिवराम टंडन की शिकायत पर एनएसयूआई के राहुल हंसपाल, मजहर खान, गोलू खान और अश्वनी विश्वकर्मा के खिलाफ शासकीय कार्य में बाधा डालने का आरोप लगाते हुए एफआईआर दर्ज की गई। बीईओ के अनुसार, पचपेड़ी कन्या छात्रावास में छात्राओं द्वारा किए गए चक्काजाम के दौरान एनएसयूआई कार्यकर्ता बिना अनुमति के हॉस्टल में घुसे और छात्राओं को भड़काने का प्रयास किया। उन्होंने जांच के लिए पहुंचे अधिकारियों से भी अभद्रता की और अधीक्षिका को हटाने की मांग की। इसके बाद पचपेड़ी पुलिस ने जुर्म दर्ज कर मामले की जांच शुरू की है।

कांग्रेस का विरोध:
इस मामले पर कांग्रेस पार्टी ने कड़ा विरोध जताते हुए पुलिस महानिरीक्षक से मुलाकात की। प्रतिनिधिमंडल में प्रदेश महामंत्री सुबोध हरितवाल, शहर अध्यक्ष विजय पांडेय, ग्रामीण अध्यक्ष विजय केशरवानी, महापौर रामशरण यादव, पूर्व विधायक शैलेष पांडेय, प्रवक्ता ऋषि पांडेय और अन्य प्रमुख नेता शामिल थे। कांग्रेस ने इस एफआईआर को गलत बताते हुए इसे तुरंत वापस लेने की मांग की।

महिलाओं और बच्चियों की सुरक्षा पर चिंता:
कांग्रेस प्रतिनिधियों ने आईजी के समक्ष जिले में बढ़ते अपराधों, खासकर महिलाओं और बच्चियों के साथ हो रहे दुष्कर्म और अन्य गंभीर अपराधों पर भी चिंता जताई। हाल ही में मस्तूरी क्षेत्र में तीन साल की बच्ची के साथ हुई अप्रिय घटना का जिक्र करते हुए कांग्रेस नेताओं ने कहा कि इस प्रकार की घटनाओं से समाज में डर का माहौल बन गया है।

सुरक्षा व्यवस्था की मांग:
कांग्रेस नेताओं ने पुलिस व्यवस्था को सख्त करने और अपराधों पर कड़ा नियंत्रण लगाने की मांग की, ताकि शहर की जनता विशेषकर महिलाएं और बच्चियां सुरक्षित महसूस कर सकें। उन्होंने एनएसयूआई कार्यकर्ताओं पर दर्ज एफआईआर को जल्द वापस लेने की अपील की।

 

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