विदेशी शराब पर दी जा रही छूट युवाओं को नशे की ओर धकेलेगा, अरपा के लिए कुछ नहीं- पांडेय
बिलासपुर। छत्तीसगढ़ सरकार के बजट को लेकर शहर अध्यक्ष विजय पांडेय ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने इसे लोकलुभावन लेकिन निराशाजनक बताया और कहा कि यह बजट गरीब, किसान, मजदूर और महिलाओं के हित में नहीं है। उन्होंने सरकार पर महंगाई, भ्रष्टाचार और बढ़ते अपराधों पर नियंत्रण के लिए कोई ठोस योजना न बनाने का आरोप लगाया।
पांडेय ने कहा कि बिलासपुर का अरपा प्रोजेक्ट, जिसे भूपेश सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक माना जाता था, उसे फिर से शुरू करने के लिए बजट में कोई राशि आवंटित नहीं की गई है। इसके अलावा, उन्होंने विदेशी शराब पर 9.5% टैक्स में छूट देने के फैसले को युवाओं को नशे की ओर धकेलने वाला कदम बताया।
उन्होंने यह भी कहा कि कृषि क्षेत्र में बढ़ती लागत किसानों के लिए गंभीर समस्या बन गई है, लेकिन सरकार ने यूरिया, डीएपी और कृषि यंत्रों की बढ़ती कीमतों पर कोई चर्चा नहीं की। केंद्र सरकार ने धान के समर्थन मूल्य में वृद्धि की थी, लेकिन उसका लाभ छत्तीसगढ़ के किसानों को नहीं दिया गया।
पांडेय ने शिक्षा क्षेत्र में भी सरकार की अनदेखी की ओर ध्यान दिलाते हुए कहा कि आत्मानंद स्कूलों के लिए कोई नई योजना नहीं लाई गई, जिससे साफ है कि सरकार गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के पक्ष में नहीं है। इसके अलावा, उन्होंने लघु और कुटीर उद्योगों के लिए भी बजट में कोई ठोस प्रावधान न होने पर निराशा जताई।
अंत में, विजय पांडेय ने इस बजट को जनविरोधी बताते हुए कहा कि यह न तो राज्य के विकास के लिए कारगर है और न ही आम जनता की समस्याओं का समाधान करता है।