बिलासपुर। कोटा थाना क्षेत्र में 22 सितंबर रविवार को लड़के-लड़कियों का एक ग्रुप नशे की हालत में कोरी डैम की ओर जा रहा था। पेंडारी के कुछ लड़कों ने रास्ते में कमेंट्स किए, जिससे उनके बीच विवाद की शुरुआत हुई। दोनों पक्षों के बीच बहस बढ़ते-बढ़ते कोटा में 24 कैरेट होटल के समीप मारपीट में तब्दील हो गई।
घटना के दौरान लड़कियों के साथ मौजूद एक युवक ने चाकू निकालकर प्रार्थी पर हमला कर दिया। पुलिस ने घटनास्थल के सीसीटीवी फुटेज और अन्य गवाहों के बयानों के आधार पर आरोपियों की पहचान की। कुछ ही घंटों में पुलिस ने टीम गठित कर 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों के खिलाफ बलवा और हत्या के प्रयास जैसी गंभीर धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने बताया कि इन आरोपियों के खिलाफ पहले से ही अन्य आपराधिक मामले दर्ज हैं और उनकी गुंडा फाइल भी खोली जा रही है।
गिरफ्तार आरोपी:
- शुभम लहरे, विद्यानगर थाना सिविल लाइन
- हर्ष, थाना तारबाहर
- भूमिका, थाना तारबाहर
- पायल, थाना सकरी
- पूजा, थाना सिरगिट्टी
पिकअप ड्राइवर से लूट व सागौन तस्करी के आरोपी गिरफ्तार
बिलासपुर के सीपत थाना क्षेत्र में पिकअप ड्राइवर से पिकअप, मोबाइल और नगद लूटने वाले तीन आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। प्रार्थी राजन महरा ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी कि 9 सितंबर को हरदीबाजार से दो व्यक्तियों ने पिकअप बुक किया था। सीमेंट और पानी की टंकी लोड करने के बाद, ड्राइवर को सोंठी के जंगल में ले जाकर तीन-चार साथियों के साथ मिलकर उसे धमकाया, मारा और लूट लिया। आरोपियों ने ड्राइवर से मोबाइल, 220 रुपये नगद और पिकअप वाहन छीनकर फरार हो गए।
पुलिस ने घटना की गंभीरता को देखते हुए सीसीटीवी फुटेज और तकनीकी सहायता से आरोपियों की पहचान की और तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों से लूटी गई पिकअप, नगद रकम, मोटरसाइकिल और सात सागौन लकड़ी के गोले बरामद किए गए।
गिरफ्तार आरोपी:
- ऋषि कुमार पाटले, 39 वर्ष, बांधपारा, थाना बलौदा, जिला जांजगीर चांपा
- जानू कोशले, 20 वर्ष, बांधपारा, थाना बलौदा, जिला जांजगीर चांपा
- नागराज पाटले, 24 वर्ष, बांधपारा, थाना बलौदा, जिला जांजगीर चांपा
पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेज दिया है और मामले में आगे की जांच जारी है।
7 लाख की ठगी, दो महिलाओं पर FIR
रेलवे में नौकरी दिलाने का झांसा देकर दो महिलाओं ने एक व्यक्ति से 7 लाख रुपये की ठगी की। कोतवाली पुलिस ने मामले की जांच शुरू करते हुए दोनों महिलाओं के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है।
दयालबंद निवासी सतबल भदराज्जा की मुलाकात सेंदरी की रहने वाली किरण भोई से हुई, जिसने खुद को वकील बताया। कुछ समय बाद किरण ने सतबल की मुलाकात कोरबा के दीपका क्षेत्र की सुमन सिंह से कराई। सुमन ने दावा किया कि उसके पिता एसईसीएल में काम करते हैं और उसकी रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों से अच्छी पहचान है। उसने सतबल के बेटे और बेटी को रेलवे में नौकरी दिलाने का आश्वासन दिया।
इस भरोसे में आकर सतबल ने किस्तों में महिलाओं को 7 लाख रुपये दे दिए। साथ ही, अपने दो परिचितों से भी डेढ़-डेढ़ लाख रुपये दिलवाए। महिलाओं ने उन्हें फर्जी नियुक्ति पत्र सौंप दिए, जिससे ठगी का पता चला।
पुलिस ने सतबल की शिकायत पर कार्रवाई करते हुए दोनों महिलाओं के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और आगे की जांच जारी है।
झाड़ू बनाने का काम देने का झांसा देकर महिला समूहों से धोखाधड़ी
महिला स्व सहायता समूहों को झाड़ू बनाने की नौकरी का लालच देकर 1 लाख 60 हजार रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। चकरभाठा पुलिस ने इस संबंध में आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है।
हरदीकला स्थित “जय संतोषी मां स्व सहायता समूह” और “भाग्य लक्ष्मी स्व सहायता समूह” की प्रमुख वर्षा कौशिक ने बताया कि भारती महिला शक्ति फाउंडेशन, रायपुर के संस्थापक शैलेंद्र कुमार रजक और उनके सहयोगी अभिकर्ता मनोज मरावी, उनकी पत्नी डिंडेश्वरी मरावी ने महिलाओं को झाड़ू बनाने की ट्रेनिंग का लालच देकर ठगी की।
आरोपियों ने ग्राम पेंड्रीडीह में महिलाओं को झाड़ू बनाने का प्रशिक्षण देकर उन्हें बताया कि भारी झाड़ू पर 5 रुपये और हल्की झाड़ू पर 3 रुपये का मेहनताना मिलेगा। उन्होंने हर महिला को महीने में 4,000 रुपये कमाने का झांसा भी दिया। इसके बदले, सुरक्षा निधि के रूप में “भाग्य लक्ष्मी स्व सहायता समूह” से 1 लाख रुपये और “जय मां संतोषी स्व सहायता समूह” से 30 हजार रुपये जमा करवा लिए। वर्षा कौशिक से भी 30 हजार रुपये की मांग की गई।
समय बीतने के बाद भी महिलाओं को कोई झाड़ू बनाने का काम नहीं मिला, और न ही जमा की गई राशि लौटाई गई। ठगी का एहसास होते ही महिलाओं ने पुलिस से शिकायत की। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और जांच जारी है।