रायपुर। छत्तीसगढ़ की हीराबाई झरेका बघेल को ढोकरा बेलमेटल शिल्प में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए वर्ष 2023 का राष्ट्रीय हस्तशिल्प पुरस्कार दिया जाएगा। यह पुरस्कार वस्त्र मंत्रालय, भारत सरकार के अधीन विकास आयुक्त (हस्तशिल्प) कार्यालय द्वारा प्रदान किया जाता है।
हीराबाई बघेल ढोकरा बेलमेटल शिल्प की प्रतिष्ठित शिल्पकार हैं। अधिसूचना के अनुसार इस वर्ष पांच शिल्प गुरुओं और 18 शिल्पकारों को यह सम्मान दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने हीराबाई बघेल को यह सम्मान प्राप्त करने पर बधाई दी और उनके द्वारा छत्तीसगढ़ का गौरव बढ़ाने के लिए शुभकामनाएं दी हैं।
छत्तीसगढ़ के सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले के वनांचल ग्राम पंचायत बैगीनडीह की शिल्पकार हीराबाई बघेल पहले भी अपनी कला के लिए पहचानी जा चुकी हैं। उन्हें 2011-12 में छत्तीसगढ़ शासन द्वारा सम्मानित किया गया था। उनके पति मिनकेतन बघेल को भी 2006-07 में राज्य शासन से सम्मान प्राप्त हुआ था। हीराबाई बघेल ने अपने पिता भुलाऊ झरेका और पति को अपनी प्रेरणा बताया है, जिन्होंने उन्हें ढोकरा बेलमेटल कला सिखाई और हमेशा प्रोत्साहित किया।