रायपुर। भाजपा के नेतृत्व वाला एनडीए छत्तीसगढ़ में बढ़त बनाए रख सकता है, क्योंकि 11 सीटों में से उसको 9 से 11 सीटें जीतने की उम्मीद है। न्यूज 18 मेगा एग्जिट पोल के अनुसार इंडिया ब्लॉक को केवल शून्य से लेकर 2 सीटें ही मिल सकती हैं।
नक्सलवाद से जूझ रहे छत्तीसगढ़ में चुनाव तीन चरणों में सम्पन्न हुए। 2014 के लोकसभा चुनाव में छत्तीसगढ़ की 11 में से 10 सीटों पर जीत हासिल करके भाजपा ने महत्वपूर्ण जीत हासिल की थी। इसके विपरीत, 2019 के चुनाव में कांग्रेस पार्टी ने बढ़त हासिल करते हुए दो सीटें हासिल कीं, जबकि भाजपा ने नौ सीटों के साथ अपना दबदबा बरकरार रखा। दोनों ही चुनावों में क्षेत्रीय दल एक भी सीट जीतने में विफल रहे।
इस एग्जिट पोल में भाजपा को 52 प्रतिशत, कांग्रेस को 43 प्रतिशत तथा अन्य दलों को 5 प्रतिशत वोट मिलने का अनुमान लगाया गया है।
भाजपा ने सभी 11 निर्वाचन क्षेत्रों के लिए उम्मीदवार खड़े किए, जिनमें रायपुर से बृजमोहन अग्रवाल, कोरबा से सरोज पांडेय और बस्तर से महेश कश्यप जैसे प्रमुख नेता शामिल हैं। पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस उम्मीदवार भूपेश बघेल राजनांदगांव से चुनाव लड़ रहे हैं। अन्य प्रमुख उम्मीदवारों में महासमुंद से ताम्रध्वज साहू और बस्तर (एसटी) सीट से कवासी लखमा शामिल हैं।
यद्यपि कांग्रेस की राज्य में ऐतिहासिक रूप से मजबूत उपस्थिति रही है, लेकिन भाजपा ने धीरे-धीरे अपनी स्थिति मजबूत की और एक मजबूत प्रतिद्वंद्वी के रूप में उभरी है।
मैट्रिज एग्जिट पोल में भाजपा को 9 से 11 सीटें और कांग्रेस को 0 से 2 सीटें मिलने का अनुमान लगाया गया है। जन की बात के अनुसार, भाजपा को 11 सीटें मिलने का अनुमान है, जबकि कांग्रेस को कोई भी सीट नहीं मिल पाएगी।