सक्ती।  छत्तीसगढ़ के छपोरा गांव में एक बड़ी ठगी की साजिश का पर्दाफाश हुआ है, जहां भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) की फर्जी शाखा खोलकर लोगों को ठगने की योजना बनाई गई थी। जिला मुख्यालय से 32 किलोमीटर दूर स्थित इस गांव में, शातिर ठगों ने एक फर्जी बैंक शाखा शुरू की थी। लेकिन इसके पहले कि लोग उनके जाल में फंसते, इस धोखाधड़ी का भंडाफोड़ हो गया। मजेदार बात यह है कि इस साजिश के मास्टरमाइंड ने आधा दर्जन से अधिक लोगों को नियुक्ति पत्र भी जारी कर दिए थे, जिन्हें अब जाकर पता चला कि उनके साथ भी ठगी हुई है। एसबीआई के अधिकारियों की शिकायत पर पुलिस ने इस मामले में मुख्य आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है, जो फिलहाल फरार है।

ऐसे खुली पोल मालखरौदा थाना क्षेत्र के छपोरा गांव के वैभवी कॉम्पलेक्स में बीते सप्ताह से एसबीआई की एक नई शाखा खोलने की तैयारी हो रही थी। ग्रामीण इस नई बैंक शाखा के खुलने से काफी उत्साहित थे। बैंक का सेटअप तैयार होते ही पांच-छह कर्मचारी नियमित रूप से यहां आने लगे। हालांकि, जब ग्रामीण इनसे खाते खोलने या अन्य बैंकिंग सेवाओं की जानकारी लेने पहुंचे, तो उन्हें बताया गया कि सर्वर अभी चालू नहीं हुआ है। यह जवाब संतोषजनक नहीं लगने पर ग्रामीणों को शंका हुई। अंततः कुछ लोगों ने इसकी सूचना डभरा स्थित एसबीआई शाखा के अधिकारियों को दी।

बैंक अधिकारियों ने ऐसे पकड़ी धोखाधड़ी एसबीआई शाखा डभरा के ब्रांच मैनेजर शेखर राज ने बताया कि वे नियमित रूप से छपोरा के रास्ते से गुजरते थे। उन्होंने जब गांव में एसबीआई का बैनर देखा, तो उन्हें संदेह हुआ कि बिना किसी सूचना के छपोरा में एसबीआई की नई शाखा कैसे खुल गई। उन्होंने तुरंत इसकी जानकारी अपने उच्चाधिकारियों को दी। जब इस मामले की गहन जांच की गई, तो यह फर्जी शाखा निकली। पुलिस को तत्काल इसकी जानकारी दी गई और मामले की जांच शुरू की गई।

फर्जी भर्ती और ट्रेनिंग का खेल छपोरा की इस फर्जी शाखा में काम करने वाली संगीता नाम की महिला कर्मचारी ने बताया कि उसने वैकेंसी के लिए ऑफलाइन फॉर्म भरा था और बाद में उसे ऑफर लेटर मिला। उसे बाकायदा बैंकिंग कार्यों की ट्रेनिंग भी दी गई। करीब छह लोगों ने यहां ट्रेनिंग ली थी। बैंक का मैनेजर केवल कभी-कभार ही आता था। हालांकि, संगीता ने यह स्पष्ट नहीं किया कि उसे इस नियुक्ति के लिए कोई पैसे दिए गए थे या नहीं, लेकिन संभावना जताई जा रही है कि यहां काम करने वाले कर्मचारियों से मोटी रकम भी ली गई होगी।

कर्मचारियों के परीक्षा पास करने का दावा निकला झूठा डभरा एसबीआई शाखा के ब्रांच मैनेजर ने बताया कि छपोरा की तथाकथित एसबीआई शाखा के कर्मचारियों ने दावा किया था कि वे आईबीपीएस के माध्यम से परीक्षा पास करके यहां नियुक्त हुए हैं, जबकि एसबीआई में भर्तियों के लिए केवल एसबीआई ही वैकेंसी निकालता है। इसी कारण अधिकारियों को इन पर शक हुआ, और जांच के बाद यह शाखा फर्जी साबित हुई।

पुलिस कर रही है जांच मालखरौदा थाना प्रभारी राजेश पटेल ने बताया कि एसबीआई डभरा शाखा के ब्रांच मैनेजर की सूचना पर पुलिस ने छपोरा में फर्जी बैंक शाखा का खुलासा किया। एसबीआई की जांच टीम ने इस शाखा को पूरी तरह फर्जी पाया और इसके तथाकथित मैनेजर पंकज पांडेय के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। फिलहाल आरोपी फरार है, और पुलिस उसकी तलाश कर रही है। इस फर्जी बैंक शाखा में काम करने वाले कर्मचारियों से भी पूछताछ की जा रही है कि उनकी नियुक्ति कैसे हुई थी। संभावना है कि इन कर्मचारियों के साथ भी ठगी की गई होगी।

देश में पहले भी हो चुकी हैं ऐसी घटनाएं यह घटना छत्तीसगढ़ में अपनी तरह का पहला मामला है। इससे पहले नवंबर 2022 में तमिलनाडु के चेन्नई में नकली बैंक पकड़ा गया था, जिसमें तीन हजार लोगों के खाते खोले गए थे। इसी तरह 2022 में झारखंड के बोकारो में भी बैंक ऑफ इंडिया की फर्जी शाखा का खुलासा हुआ था।

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