बिलासपुर। हावड़ा-पोरबंदर एक्सप्रेस में नई तरह से ठगी करने का मामला सामने आया। खड़गपुर से रायपुर तक जाने वाली एक महिला मरीज सृष्टि एक्का से ट्रेन एंबुलेंस के नाम पर 32 हजार 500 रुपये वसूल किए गए। सृष्टि के हाथ, स्पाइन और पैर में गंभीर चोटें थीं, जिनकी देखभाल के लिए एंबुलेंस जैसी सुविधा देने का वादा किया गया था। लेकिन जब महिला ने यात्रा शुरू की, तो उसे ट्रेन के दरवाजे के पास फर्श पर सोने के लिए मजबूर किया गया।

कुछ यात्रियों ने जब मरीज की हालत देखी और उसके परिजनों से पूछताछ की, तब यह ठगी का मामला सामने आया। उन्होंने बताया कि उन्होंने ‘पंचमुखी एयर एंड ट्रेन एंबुलेंस सर्विस’ नामक कंपनी से बुकिंग कराई थी। कंपनी ने उनसे 65 हजार रुपये की मांग की थी, जिसमें से 32 हजार 500 रुपये एडवांस के रूप में पहले ही दे दिए गए थे। शेष राशि यात्रा पूरी होने के बाद ली जानी थी।

इस दौरान, अन्य यात्रियों को भी काफी असुविधा का सामना करना पड़ा, क्योंकि ट्रेन के दरवाजे पर मरीज होने से बाथरूम और दूसरे कोच में जाने में दिक्कत हो रही थी। जब शिकायत टीटीई (ट्रेन टिकट निरीक्षक) तक पहुंची, तो उन्हें भी “ट्रेन एंबुलेंस” की पर्ची दिखाई गई।

रेलवे ने जारी की चेतावनी

इस घटना की जानकारी रेलवे प्रशासन को मिलने पर उन्होंने मामले की जांच शुरू की। जांच में यह पाया गया कि पंचमुखी एयर एंड ट्रेन एंबुलेंस सर्विस प्रा. लि. नई दिल्ली द्वारा ट्रेन एंबुलेंस की फर्जी सुविधा के नाम पर यात्रियों से ठगी की गई है। रेलवे ने स्पष्ट किया कि ट्रेन एंबुलेंस की कोई ऐसी सुविधा उपलब्ध नहीं है और न ही रेलवे ने इस तरह की किसी सेवा को मान्यता दी है।

रेलवे ने आम यात्रियों को आगाह किया है कि वे इस तरह की धोखाधड़ी से सावधान रहें और केवल रेलवे द्वारा उपलब्ध कराई गई सुविधाओं पर भरोसा करें। यात्रियों को किसी भी प्रकार की जानकारी के लिए रेलवे की एकीकृत हेल्पलाइन नंबर 139 पर संपर्क करने की सलाह दी गई है।

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