विधिक सेवा प्राधिकरण के सदस्य सचिव वारियाल के मुख्य आतिथ्य में कार्यशाला का आयोजन
बिलासपुर। हमारे वरिष्ठजन हमारे आदर्श होते हैं, उनके पास ज्ञान और अनुभव का खजाना होता है, इसलिए आने वाली पीढी को वरिष्ठजनों का सम्मान करते हुए उनसे उनका ज्ञान और अनुभव का लाभ लेना चाहिये। एक पीढ़ी पेड़ लगाएगी और अगली पीढि़यां उसकी छाया का आनंद लेती है। आज एकल परिवार बढ़ते जा रहे हैं, परिवार में वरिष्ठजनों के न होने से परिवार बिखर जाते हैं, और बच्चे उनके लाड़-प्यार से भी वंचित हो जाते हैं। उक्त बातें छत्तीसगढ़ राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, बिलासपुर के सदस्य सचिव आनंद प्रकाश वारियाल ने छत्तीसगढ़ वरिष्ठ नागरिक कान्फेडरेशन द्वारा ‘‘महिलाओं की आयवृद्धि, अदृश्य, सशक्त’’ विषय पर आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला के मुख्य आतिथ्य में कार्यशाला में उपस्थित वरिष्ठजनों को सम्बोधित करते हुए कही।
वारियाल ने राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा चलाई जा रही योजना- ‘‘नालसा (वरिष्ठ नागरिकों के लिये विधिक सेवा) योजना, 2015 एवं राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण तथा वरिष्ठजनों हेतु शासन की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं की विस्तारपूर्वक जानकारी पीपीटी के माध्यम से दी। वारियाल ने राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के अभियान ‘‘करूणा’’ जो वरिष्ठजनों के कल्याण हेतु एक बहुत उपयोगी अभियान है, के संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि जुलाई 2022 से जून 2023 तक 1308 ऐसे वरिष्ठजनों जिनकी संतानों द्वारा उन्हें भरण पोषण नहीं दिया जा रहा था, जिसमें से 1032 की कौसिंलिंग की गई। इनमें से 939 ने अपनी सहमति देते हुए वरिष्ठजनों को साथ रखने व भरण-पोषण देना स्वीकार किया। इसकेअतिरिक्त ऐसी संतानों द्वारा वरिष्ठजनों को भरण-पोषण या अपने साथ रखने हेतु असहमति व्यक्त किये जाने पर 8 मामलों में न्यायालय ने भरण-पोषणअदा किये जाने की कार्रवाई की ।
अवगत हो कि छत्तीसगढ़ वरिष्ठ नागरिक कान्फेडरेशन द्वारा ‘‘महिलाओं की आयवृद्धि, अदृश्य, सशक्त’’ विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन 29 जुलाई को प्रार्थना भवन, सिंचाई विभाग परिसर, आईजी आफिस के पास, बिलासपुर में किया गया, जिसमें मुख्य रूप से स्वास्थ्य तक पहुंच, डिजीटल समावेशन, अधिकारों एवं हकदारियों एवं माता-पिता एवं वरिष्ठजनों का भरण-पोषण अधिनियम 2007 तक पहुंच विषय पर कार्यशाला में चिन्तन किया गया। विशेष रूप से महिला वरिष्ठजनों के संबंध में चर्चा की गई।
उपरोक्त कार्यशाला को छत्तीसगढ़ वरिष्ठ नागरिक कान्फेडरेशन के अध्यक्ष चन्द्रप्रकाश देवरस ने सम्बोधित करते हुए वरिष्ठजनों को मिलने वाले लाभों का फायदा उठाने एवं उनके अधिकारों के संबंध में जानकारी दी।
कार्यशाला को राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, बिलासपुर के उप सचिव गिरीश कुमार मंडावी के द्वारा भी सम्बोधित किया गया। कार्यशाला में छत्तीसगढ़ वरिष्ठ नागरिक कान्फेडरेशन के सभी पदाधिकारियों के साथ, शंशांक शेखर दुबे, विधिक सहायता अधिकारी एवं बड़ी संख्या में महिला एवं पुरुष वरिष्ठजन उपस्थित थे।