धमतरी। छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले में तेंदुए से दहशत बढ़ती जा रही है। एक महीने के भीतर दूसरी बार तेंदुए ने मासूम बच्ची को अपना शिकार बना लिया। 30 अगस्त को नगरी ब्लॉक के ग्राम पंचायत भैंसामुड़ा के आश्रित ग्राम धौराभाठा में तीन वर्षीय नेहा कमार को तेंदुआ उठाकर ले गया, जिससे उसकी दर्दनाक मौत हो गई। इस घटना से पूरे इलाके में भय और चिंता का माहौल बन गया है।
दबोचकर जंगल की ओर भागा
घटना की जानकारी के अनुसार, नेहा कमार, जो संतोष कुमार की बेटी थी, रात में अपने घर के बाहर लघुशंका के लिए निकली थी। तभी, घात लगाए बैठे तेंदुए ने अचानक उस पर हमला कर दिया। तेंदुआ बच्ची को दबोच कर जंगल की ओर भाग गया। बच्ची की चीख-पुकार सुनकर उसके परिजन और ग्रामीण दौड़े, लेकिन वे तेंदुए को रोक नहीं पाए। ग्रामीणों ने बच्ची को बचाने के लिए तेंदुए का पीछा किया, लेकिन तेंदुआ जंगल में गायब हो गया। कुछ समय बाद, जब ग्रामीण जंगल में पहुंचे, तो वहां नेहा का शव मिला, जिसे तेंदुए ने बुरी तरह क्षत-विक्षत कर दिया था।
घर के बाहर खेल रहे बच्चे पर हमला
इससे पहले, 6 अगस्त को भी धमतरी जिले में ऐसी ही एक और घटना घटी थी। सिहावा थाना क्षेत्र के कोरमूड वन परिक्षेत्र के बिरगुड़ी गांव में तीन साल के मासूम बच्चे को तेंदुए ने घर के आंगन से उठाकर जंगल में ले गया था। उस दिन भी रात का समय था और बच्चा अपने घर के बाहर खेल रहा था। तेंदुए ने अचानक हमला कर उसे दबोच लिया और जंगल की ओर भाग गया। परिजन और गांववाले बच्चे की चीख सुनकर तुरंत उसकी तलाश में जुट गए, लेकिन जब तक वे पहुंचते, तेंदुआ बच्चे को मार चुका था। बाद में कई घंटों की तलाश के बाद बच्चे का शव जंगल में मिला, जो तेंदुए के हमले से बुरी तरह जख्मी था।
वन विभाग ने चौकसी बढ़ाई
इन दोनों घटनाओं ने गांववालों के बीच भारी दहशत और असुरक्षा का माहौल बना दिया है। ग्रामीणों में इस बात का भय व्याप्त है कि कहीं तेंदुआ फिर से हमला न कर दे। वन विभाग और पुलिस प्रशासन ने क्षेत्र में गश्त बढ़ा दी है। डीएफओ कृष्ण जाधव ने कहा कि तेंदुए की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए इलाके में ट्रैप कैमरे लगाए जा रहे हैं और वन विभाग की टीमें लगातार गश्त कर रही हैं। उन्होंने ग्रामीणों से सतर्क रहने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत सूचना देने का आग्रह किया है।