सीएम ने दिया न्यायिक जांच के आदेश, एसपी ने कहा-किसी भी उपद्रवी को बख्शा नहीं जाएगा
बलौदाबाजार। छत्तीसगढ़ में हुए एक उग्र प्रदर्शन के दौरान बेरिकेड्स तोड़कर सैकड़ों की संख्या में घुसे उपद्रवियों ने कलेक्टर और एसपी के ऑफिस को आग के हवाले कर दिया। परिसर के बाहर खड़ी दर्जनों गाड़ियों को जलाकर खाक कर दिया। उपद्रवियों ने 13 पुलिस जवानों को घायल भी कर दिया, जिन्हें इलाज के लिए रायपुर भेजा गया है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आकस्मिक बैठक लेकर घटना की समीक्षा की है और न्यायिक जांच कराने की घोषणा की है। डिप्टी सीएम और गृह मंत्री विजय शर्मा ने कहा है कि सामाजिक सौहार्द्र बिगाड़ने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।
मालूम हो कि बीते 15 मई को सतनामी समाज के तीर्थ स्थल गिरौदपुरी से कुछ दूरी पर स्थित महकोनी गांव में स्थित अमरगुफा के जैतखाम को कुछ असामाजिक तत्वों ने आरी से काटकर फेंक दिया था। पुलिस ने पुजारी करमदास से इसकी शिकायत मिलने पर एफआईआर दर्ज की थी और तीन लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। सतनामी समाज का कहना था कि उक्त घटना के पीछे साजिश है और असली आरोपियों को पुलिस प्रशासन का संरक्षण मिला हुआ है। उन्होंने घटना की सीबीआई जांच कर दोषियों को गिरफ्तार करने की मांग पर आज बलौदा बाजार के दशहरा मैदान में प्रदर्शन का आयोजन किया था। प्रशासन से शांतिपूर्ण प्रदर्शन की अनुमति ली गई थी। दशहरा मैदान की सभा समाप्त होने के बाद भीड़ कलेक्ट्रेट की ओर पहुंच गई। इनकी संख्या 3 से 4 हजार थी, जबकि इन पर काबू पाने के लिए पुलिस फोर्स काफी कम संख्या में तैनात थी। दरअसल, दशहरा मैदान में प्रदर्शन के बाद कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन करने की योजना अचानक बनने से पुलिस कोई तैयारी नहीं कर पाई थी। पुलिस ने पूरी ताकत से भीड़ को बेरिकेड्स लांघकर भीतर आने से रोकने का प्रयास किया लेकिन भीड़ उग्र हो चुकी थी। वे बेरिकेड्स गिराकर उसे रौंदते हुए आगे बढ़ गए। भीड़ ने आगे बढ़ते हुए परिसर के बाहर खड़ी कार, जीप, बाइक सबको आग के हवाले कर दिया और कलेक्ट्रेट पहुंच गए। इसी परिसर में पुलिस अधीक्षक का कार्यालय भी है। सब में आग लगा दी गई। देखते ही देखते गाड़ियां और बिल्डिंग से आग की लपटें उठने लगीं। उपद्रवी घटना के बाद तुरंत वहां से भाग निकले। रायपुर से अतिरिक्त पुलिस बल और फायर ब्रिगेड बुलाई गई। रायपुर से बल के पहुंचने तक उपद्रवी घटनास्थल से भाग चुके थे। फायर ब्रिगेड ने इस दौरान आग पर काबू पा लिया है।
रायपुर के आईजी अमरेश मिश्रा और आला पुलिस अधिकारी घटनास्थल पर मौजूद हैं। बलौदाबाजार के पुलिस अधीक्षक सदानंद कुमार ने कहा है कि उपद्रवियों की पहचान वीडियो फुटेज से की जाएगी और सभी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। किसी भी उपद्रवी को बख्शा नहीं जाएगा।
घटना की गंभीरता को देखते हुए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने तत्काल बैठक बुलाई जिसमें उप मुख्यमंत्री और गृह मंत्री विजय शर्मा भी मौजूद थे। साय ने घटना की न्यायिक जांच कराने की घोषणा की है। जांच का जिम्मा किसी वर्तमान या रिटायर्ड हाईकोर्ट जज को दिया जाएगा। बलौदाबाजार में धारा 144 लागू कर दी गई है और बड़ी संख्या में पुलिस बल चौक-चौराहों पर तैनात किए गए हैं।
उल्लेखनीय है कि महकोनी में स्थित संत अमरदास गुफा में जैतखाम को सतनामी समाज अत्यंत पवित्र मानता है। यहां सुबह-शाम पूजा होती है। यहां स्थित जैतखाम को अज्ञात उपद्रवी तत्वों ने काट डाला था, जिससे समाज के लोगों में आक्रोश है।
बिलाईगढ़ की विधायक कविता प्राण लहरे आज के प्रदर्शन में पहुंची थीं और उन्होंने समाज के लोगों से शांतिपूर्वक अपनी बात रखने की अपील की थी।
इस बीच यह खबर भी आई है कि रायपुर ग्रामीण के विधायक मोतीलाल साहू के रिश्तेदार की कुछ पुलिस वालों ने उस समय पिटाई कर दी जब वे अपनी कार से बलौदाबाजार से गुजर रहे थे। उनकी कार का शीशा भी तोड़ दिया गया है।