रायपुर। छत्तीसगढ़ के खनिज विभाग द्वारा विकसित वेब-बेस्ड पोर्टल ‘खनिज ऑनलाइन’ को इण्डियन एक्सप्रेस ग्रुप द्वारा इंटरप्राइज एप्लिकेशन्स कैटेगरी में टेक्नोलॉजी सभा एक्सीलेंस अवार्ड से सम्मानित किया गया है।
इसमहत्वपूर्ण उपलब्धि पर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने खनिज विभाग के अधिकारियों को बधाई और शुभकामनाएं दी हैं। उत्तर प्रदेश के लखनऊ में 23 अगस्त को आयोजित कार्यक्रम में खनिज विभाग की ओर से यह अवार्ड ज्वाइंट डायरेक्टर और खनिज ऑनलाइन के नोडल ऑफिसर अनुराग दीवान ने ग्रहण किया।
खनिज ऑनलाइन: डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन में अग्रणी कदम
छत्तीसगढ़ में खान और खनिजों के समग्र प्रबंधन के लिए शुरू किया गया ‘खनिज ऑनलाइन’ पोर्टल, प्रदेश के खनन क्षेत्र में ‘ईज ऑफ डूइंग बिजनेस’ को बढ़ावा देने में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ है। इस पोर्टल की सफलता को देखते हुए, अब खनिज विभाग ‘खनिज ऑनलाइन 2.0’ योजना पर काम कर रहा है। इस नई योजना में खानों का जियोफेंसिंग, व्हीकल ट्रैकिंग सिस्टम, मोबाइल ऐप के साथ-साथ आरटीओ, रेलवे आदि से इंटीग्रेशन और निगरानी के लिए एक सेंट्रल कमांड एंड कंट्रोल सेंटर की स्थापना की योजना बनाई जा रही है। उल्लेखनीय है कि 2018-19 में खनिज ऑनलाइन परियोजना को भारत सरकार द्वारा नेशनल अवार्ड फॉर ई-गवर्नेंस से भी सम्मानित किया गया था।
स्टेकहोल्डर्स के लिए आसान हुई खनन प्रक्रिया
खनिज ऑनलाइन पोर्टल का संचालन 21 जून, 2017 से शुरू किया गया था। इस पोर्टल ने खनन प्रक्रिया से जुड़े स्टेकहोल्डर्स, जैसे खान मालिकों, प्रोसेसिंग, परिवहनकर्ताओं, और एण्ड यूज प्लांट ऑनर्स को कई प्रकार की ऑनलाइन सुविधाएं प्रदान की हैं। इसमें ऑनलाइन आवेदन, सिंगल क्लिक पेमेंट, सिस्टम जनरेटेड बार कोडेड ई-ट्रांजिट पास, और एंड-टू-एंड ट्रैकिंग जैसी सुविधाएं शामिल हैं। इस पोर्टल के माध्यम से सभी स्टेकहोल्डर्स एक सिंगल प्लेटफॉर्म पर काम कर सकते हैं, जिससे खनन प्रक्रिया और भी सुगम हो गई है।
नवरत्न कंपनियों और निजी क्षेत्र का समर्थन
देश की प्रमुख नवरत्न कंपनियां, जैसे एनएमडीसी, एसईसीएल, और निजी क्षेत्र की बड़ी कंपनियां, जैसे बालको, हिंडालको, अल्ट्राटेक, श्री सीमेंट, ईमामी, और कई अन्य ने भी खनिज ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से सफलतापूर्वक खनन व्यवसाय किया है। साथ ही, छोटे-छोटे डोलोमाइट उत्खनिपट्टाधारकों ने भी इस पोर्टल का लाभ उठाया है।