बिलासपुर। डॉ. सीवी रामन विश्वविद्यालय के कुलाधिपति और आईसेक्ट के निदेशक संतोष चौबे ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मुलाकात कर उन्हें विश्वविद्यालय आने का निमंत्रण दिया।
मुलाकात में चौबे ने उच्च शिक्षा व स्कूली शिक्षा में उत्कृष्ट कार्य के लिए सरकार की प्रशंसा की। मुख्यमंत्री ने निमंत्रण स्वीकार किया है। उन्होंने कहा कि सीवीआरयू  और आईसेक्ट प्रदेश की उच्च शिक्षा में उत्कृष्ट कार्य कर रहा है।
मुलाकात के दौरान चौबे ने स्वामी आत्मानंद स्कूलों के माध्यम से गरीब और जरूरतमंद बच्चों को अंग्रेजी शिक्षा देने वाला पहला राज्य बताते हुए कहा कि उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल व पूरी सरकार उच्च शिक्षा व स्कूली शिक्षा को लेकर बेहद संवेदनशील है। चौबे ने मुख्यमंत्री को बताया कि सीवीआरयू कोटा के आदिवासी अंचल में प्रदेश का पहला निजी विश्वविद्यालय है जिसका उद्देश्य आदिवासी, गरीब व जरूरतमंद युवाओं को उच्च शिक्षा से जोड़ना है। आदिवासी युवाओं को पारंपरिक शिक्षा के साथ साथ तकनीकी शिक्षा और कौशल में भी दक्ष किया जा रहा है। यह प्रशिक्षण निशुल्क दिया जाता है साथ ही प्रशिक्षण पूरा होने के बाद युवाओं को रोजगार भी उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी विश्वविद्यालय के पास है। विश्वविद्यालय ऐसे दक्ष युवाओं को बड़ी कंपनियों में प्लेस भी कर रहा है। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलसचिव गौरव शुक्ला, सीएफएओ विनीत शुक्ला,आइसेक्ट के राज्य समन्वयक शशिकांत वर्मा मौजूद थे।

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