कलेक्टर बनकर सरपंचों से धोखाधड़ी करने वाले एक आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। आरोपी ने ग्राम पंचायतों में सीसी रोड निर्माण के लिए स्वीकृत राशि पर कमीशन की मांग की थी, जिससे संबंधित सरपंचों ने तुरंत इसकी सूचना अधिकारियों को दी और मामले की जांच शुरू की गई।
सरपंचों को फोन कर मांगा कमीशन
घटना 16 अक्टूबर की है, जब ग्राम पंचायत चारपारा की सरपंच तुलसी बाई के पति के मोबाइल पर फोन आया। फोन करने वाले ने खुद को जांजगीर-चांपा का कलेक्टर बताते हुए कहा कि उनके पंचायत में 10 लाख रुपये का सीसी रोड स्वीकृत हुआ है, लेकिन इसके लिए 10 प्रतिशत यानी एक लाख रुपये का कमीशन देना होगा।
इससे पहले नवगवां, बुडगहन और महुदा ब पंचायतों के सरपंचों के पास भी इसी तरह के फोन आए थे, जिसमें कार्य स्वीकृति के बदले कमीशन की मांग की गई थी। सरपंचों ने मामले की सूचना जनपद सीईओ आकाश सिंह को दी, जिन्होंने इसे ऑनलाइन ठगी करार देते हुए सभी सरपंचों को सतर्क रहने की सलाह दी।
बिलासपुर से आरोपी गिरफ्तार
जनपद सीईओ की सूचना पर सरपंच तुलसी बाई के पति ने बलौदा थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए साइबर सेल की मदद से आरोपी का पता लगाया। आरोपी का मोबाइल लोकेशन बिलासपुर में मिला, जहां से पुलिस टीम ने प्रभात चौक के पास ग्राम छोटेखैरा, थाना सारंगढ़ निवासी दिनेश अजगल्ले (36 वर्ष) को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी को न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है।
ठगी से बचने की अपील
जनपद सीईओ आकाश सिंह ने सभी सरपंचों को इस तरह के फर्जी कॉल्स से सावधान रहने की हिदायत दी है और किसी भी संदिग्ध फोन कॉल को तत्काल अधिकारियों को सूचित करने की अपील की है।