गुरु घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय (GGV), बिलासपुर ने 28-29 नवंबर 2024 को दो दिवसीय ‘स्टार्टअप संगम कॉन्क्लेव 2024’ का आयोजन किया। यह आयोजन विश्वविद्यालय के GGV स्टार्ट फाउंडेशन और विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग, भारत सरकार के ITBI प्रोजेक्ट के तहत हुआ। NAAC से A++ ग्रेड प्राप्त इस विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आलोक कुमार चक्रवाल के नेतृत्व में यह कार्यक्रम नवाचार और उद्यमशीलता को प्रोत्साहन देने के उद्देश्य से आयोजित किया गया।

उद्घाटन सत्र और मुख्य अतिथियों का संदेश
28 नवंबर को आयोजित उद्घाटन सत्र में कुलपति-प्रभारी प्रो. अमित कुमार सक्सेना की अध्यक्षता में मुख्य अतिथि, एनटीपीसी सिपट के महाप्रबंधक ए.के. त्रिपाठी ने कहा कि “देश के विकास के लिए स्टार्टअप और उद्यमशीलता का बढ़ावा अनिवार्य है।”
कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन और मां सरस्वती व गुरु घासीदास बाबा की प्रतिमा पर माल्यार्पण से हुआ। डीन स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी प्रो. एस.सी. श्रीवास्तव ने स्वागत भाषण दिया, और प्रमोशन कोऑर्डिनेटर डॉ. सूरज शर्मा ने विषय परिचय प्रस्तुत किया।

समापन सत्र में युवा शक्ति को प्रेरणा
29 नवंबर को समापन सत्र के मुख्य अतिथि, बिलासपुर के सहायक कलेक्टर  तन्मय खन्ना (IAS) ने युवाओं को नवाचार के माध्यम से समाज और मानवता के कल्याण के लिए कार्य करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा, “ऐसे आयोजनों से युवाओं को अपनी सोच और क्षमता को प्रस्तुत करने का अवसर मिलता है।”

प्रतियोगिता और पुरस्कार वितरण
कार्यक्रम में 140 टीमों ने भाग लिया। कठिन तीन राउंड पार करने के बाद:

  • प्रथम पुरस्कार (₹50,000): विनीता पटेल (Aarg)
  • द्वितीय पुरस्कार (₹30,000): टीम प्रिंसी अमन (Safe Guard Real Time Privacy Policy)
  • तृतीय पुरस्कार (₹20,000): टीम जी. दामोदर राव (Cow Archie)

प्रतिभागिता और आयोजन का नेतृत्व
इस कार्यक्रम में 250 से अधिक उद्यमियों, स्टार्टअप्स, शोधकर्ताओं और छात्रों ने हिस्सा लिया। आयोजन में प्रो. आलोक कुमार सिंह कुशवाहा, डॉ. सूरज शर्मा और डॉ. अमित कुमार खस्कलाम का विशेष योगदान रहा। संचालन डॉ. प्रिंसी मतलानी ने किया और धन्यवाद ज्ञापन कुलसचिव प्रो. ए.एस. रणदिवे ने दिया।

विशेष उपस्थिति
प्रमुख उपस्थित हस्तियों में आशीष खरे (को-फाउंडर, इन्फानो केयर), नवदीप अरोड़ा (निवेशक), मुखर्जी एबी (पूर्व निदेशक, BARC मुंबई), और अग्रंशु द्विवेदी (सीईओ, निधि-ITBI, CSVTU) शामिल थे।

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