भूपेश सरकार का प्रदेश से सफाया लोकतंत्र सेनानियों का श्राप लगने के कारण हुआ- उपासने
बिलासपुर। लोकतंत्र सेनानी संघ छत्तीसगढ़ के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व राष्ट्रीय संयोजक लोकतंत्र प्रहरी सच्चिदानंद उपासने ने कहा कि कांग्रेस की भूपेश बघेल सरकार को लोकतंत्र सेनानियों का श्राप लगा है, जिसकी वजह से कांग्रेस की सरकार का प्रदेश से सफाया हो गया।
2008 से सेनानियों को दी जा रही सम्मान निधि को भूपेश सरकार ने रोक दिया था, और पूरे 5 साल तक किसी को भी एक भी पाई नहीं दी गई। भाजपा की सरकार बनते ही मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कोर्ट में लगे केस को वापस लेकर सभी सेनानियों को न सिर्फ सम्मान निधि देना शुरू किया बल्कि 5 साल तक रोक कर रखी गई सम्मान निधि को भी किस्तों के जरिए सभी को प्रदान किया जा रहा है।
उपासने ने कहा कि 26 जून 1975 को देश में आपात्काल लगाकर समाचार पत्रों की आजादी, नागरिकों के अभिव्यक्ति के अधिकार छीन लिए गए थे। रातों रात देश के सभी विपक्षी नेताओं को गिरफ्तार कर मीसा कानून के तहत जेलों में डाल दिया गया था। ऐसे काले अध्याय को लोकतंत्र सेनानी संघ प्रतिवर्ष 25, 26 जून को “लोकतंत्र स्मृति दिवस” के रूप में मनाते हैं। इस वर्ष प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने प्रदेश के समस्त आपातकाल के प्रताड़ित सेनानियों व उनके परिजनों को सम्मान प्रदान करने 26 जून को अपने आवास पर आमंत्रित किया है। रमन सरकार ने प्रदेश के सेनानियों को वर्ष 2008 से सम्मान देना प्रारंभ किया था जिसे 2019 से भूपेश बघेल की सरकार ने बंद कर दिया। उच्च न्यायालय की सिंगल व डबल बेंच के आदेशों का पालन न कर सुप्रीम कोर्ट में लटकाये रखा। साय ने भूपेश सरकार की रोकी गई पांच वर्ष की बकाया सम्मान निधि एक साथ भी प्रदान कर सेनानियों का मनोबल बढ़ाया है।
उपासने ने बताया कि सम्मान समारोह में लोकतंत्र सेनानी संघ के राष्ट्रीय महासचिव राजेन्द्र गहलोत, सांसद, राजस्थान विशेष रूप से उपस्थित रहेंगे। पत्रकार वार्ता के दौरान राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य दत्ता त्रिपुरवार सहित सेनानी संघ से जुड़े अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे।