पीडीएस के चावल की सफाई कर उसे बाजार में महंगे दामों पर बेचने का मामला सामने आया है। खाद्य विभाग के संयुक्त जांच दल ने छापा मारकर यह खुलासा किया कि कम्पनी सस्ते दामों पर सरकारी राशन दुकानों के लिए निर्धारित चावल खरीद रही थी और उसे बाजार में बेचने के लिए शॉर्टक्स मशीन से साफ किया जा रहा था।

बिलासपुर, छत्तीसगढ़ के चांटीडीह स्थित जगदीश ट्रेडिंग में खाद्य विभाग ने छापा मारा। जांच के दौरान कम्पनी मालिक रवि कुमार नागदेव ने गोदाम में 1399.60 क्विंटल चावल और 1198.00 क्विंटल कनकी होने की जानकारी दी थी। इसके विपरीत भौतिक जांच में 1563.18 क्विंटल चावल और 1083.50 क्विंटल कनकी मिला, जिससे चावल का 163.49 क्विंटल अतिरिक्त स्टॉक पाया गया।

नमूनों की जांच में यह भी पाया गया कि चावल में 1.1 प्रतिशत एफआरके (फोर्टिफाइड राइस कर्नल्स) था, जो पीडीएस के तहत गरीबी रेखा से नीचे के परिवारों को वितरित किया जाता है। इससे यह साबित हुआ कि कम्पनी अवैध रूप से पीडीएस का चावल खरीद रही थी, जो खुले बाजार में खपाया जाता है।

कलेक्टर के निर्देश पर ट्रेडर्स नागदेव के खिलाफ पुलिस थाना सरकंडा में एफआईआर दर्ज कर ली गई है। यह मामला आवश्यक वस्तु अधिनियम 1955 की धारा 3/7 के तहत दंडनीय अपराध की श्रेणी में आता है।

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