रायपुर। संयुक्त किसान मोर्चा में छत्तीसगढ़ से जुड़े किसान संगठनों की 5 जुलाई को बीकेयू कार्यालय में बैठक हुई। बैठक में बस्तर संभाग में चल रहे 24 अनिश्चितकालीन धरना आंदोलनों, हसदेव को बचाने आंदोलन तथा गेल पाइपलाइन प्रभावित किसानों के आंदोलन को समर्थन देने का प्रस्ताव पारित किया गया।
बैठक अध्यक्ष मंडल प्रवीन स्योकंद, नंदकुमार विश्वाल एवं सौर यादव की अध्यक्षता में एवं संयुक्त किसान मोर्चा के छत्तीसगढ़ प्रभारी पूर्व विधायक डा सुनीलम की उपस्थिति में हुई। बैठक का संचालन तेजराम विद्रोही ने किया। बैठक में 3 सितंबर को संयुक्त किसान मोर्चा का प्रदेश स्तरीय सम्मेलन रायपुर में करने का निर्णय लिया गया। 15 सितंबर से 25 सितंबर के बीच संयुक्त किसान मोर्चा से जुड़े सभी संगठन पदयात्रा, साइकिल यात्रा, मोटर साइकिल यात्रा, ट्रेक्टर यात्रा करेंगे। सभी यात्राएं 25 सितंबर को रायपुर में पहुंचेंगी जहां तीन दिन का धऱना व किसान महापंचायत होगी। इसके लिए 9 सदस्यीय समन्वय समिति का गठन किया गया जिनमे अखिल भारतीय क्रांतिकारी किसान सभा, छत्तीसगढ़ किसान सभा, अखिल भारतीय किसान महासभा, अखिल भारतीय किसान खेत मजदूर संगठन, भारतीय किसान यूनियन (अ) टिकैत, अखिल भारतीय किसान सभा, जिला किसान संघ बालोद, जिला किसान संघ राजनांदगांव, छत्तीसगढ़ बचाओ आंदोलन शामिल हैं।
बैठक में डा सुनीलम ने बताया कि संयुक्त किसान मोर्चा 550 किसान संगठनों का मोर्चा है, जिसका संचालन 40 सदस्यीय समन्वय समिति करती है। देश के सभी राज्यों में मोर्चा से जुड़े किसान संगठनों की ऑनलाइन बैठक की जा चुकी है एवं सभी संगठन भौतिक तौर पर मिलकर अपने अपने राज्यों में सम्मेलन व प्रदेश में यात्राओं की तिथियां तय कर चुके हैं। देश भर में 9 अगस्त को कार्पोरेट भगाओ , देश बचाओ आंदोलन केंद्रीय श्रमिक संगठनों के साथ मिलकर किया जा रहा है । छत्तीसगढ़ में यह कार्यक्रम अंतराष्ट्रीय आदिवासी दिवस के अवसर पर आदिवासी संगठनों के साथ मिलकर किया जाएगा। 15 अगस्त को पूरे देश में संयुक्त किसान मोर्चा के द्वारा आजादी बचाओ दिवस आयोजित किया जाएगा।
डा सुनीलम ने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा मुख्य तौर पर किसानों, मजदूरों, आदिवासियों के हक और सम्मान के लिए संघर्षरत है । एमएसपी की कानूनी गारंटी, कर्जा मुक्ति, हर किसान को प्रतिमाह 5000 रुपए की पेंशन, फसल बीमा का भुगतान तथा राजस्व के मुआवजे का संपूर्ण भुगतान किसानों की मांगें हैं। इसके अलावा कृषि भूमि के अधिग्रहण पर रोक, केंद्र द्वारा प्रस्तावित बिजली बिल को रद्द करने आदि मुद्दे हैं। छत्तीसगढ़ के किसानों, मजदूरों के मुद्दों को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा छत्तीसगढ़ में संघर्ष करेगा। संयुक्त किसान मोर्चा देश में लोकतंत्र, संविधान को बचाने के लिए संघर्षरत सभी संघर्षों का समर्थन करता हैं।
बैठक को जनक लाल ठाकुर, आलोक शुक्ला, सुदेश टीकम, तेजराम विद्रोही, संजय पराते, श्याम मूरत कौशिक, सौरा यादव, रूपन चन्द्राकर सहित विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधियों ने संबोधित किया।
बैठक में अखिल भारतीय क्रांतिकारी किसान सभा, छत्तीसगढ़ किसान सभा, अखिल भारतीय किसान महासभा, अखिल भारतीय किसान खेत मजदूर संगठन, भारतीय किसान यूनियन (अ) टिकैत, अखिल भारतीय किसान सभा, जिला किसान संघ बालोद, छत्तीसगढ़ मुक्ति मोर्चा, छत्तीसगढ़ मुक्ति मोर्चा मजदूर कार्यकर्ता समिति, जिला किसान संघ राजनांदगांव, छत्तीसगढ़ बचाओ आंदोलन, छत्तीसगढ़ मुक्ति मोर्चा, आदिवासी भारत महासभा, किसान भुगतान संघर्ष समिति महासमुंद, कृषक मित्र संगठन, राजधानी प्रभावित किसान कल्याण संघर्ष समिति नया रायपुर, प्रगतिशील किसान संगठन दुर्ग, जिला किसान संघ रायगढ़, किसान मजदूर छात्र महासंघ बिलासपुर, छ ग अभिकर्ता निवेशक कल्याण संघ, छ ग प्रगतिशील युवा किसान संगठन बेमेतरा, भू विस्थापित बेरोजगार एकता संघ कोरबा, छ ग किसान संघर्ष समिति, गंडोड पहाड़ बचाओ मंच दंतेवाड़ा, क्षेत्रीय आदिवासी मंच , मूलवासी बचाओ मंच बस्तर सहित 32 संगठन शामिल हुए ।
बिलासपुर। कान्य कुब्ज ब्राह्मण विकास मंच द्वारा कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर राधा-कृष्ण सजाओ प्रतियोगिता रखी जा रही है।
मंच के प्रदेश संगठन सचिव सुदेश...