उत्तर प्रदेश के हाथरस में एक खौफनाक घटना सामने आई है, जहां कक्षा 2 में पढ़ने वाले एक छात्र की कथित तौर पर ‘काला जादू’ के तहत स्कूल की ख्याति बढ़ाने के लिए हत्या कर दी गई।
मृतक छात्र की पहचान कृतार्थ के रूप में की गई है, जिसे 23 सितंबर को स्कूल के हॉस्टल से एक शिक्षक ने अगवा कर लिया था। उसे एक सूनसान जगह पर ले जाकर ‘बलि’ दी जाने की योजना बनाई गई थी। हालांकि, जब छात्र जाग गया और रोने लगा, तो उसे गला घोंटकर मार दिया गया। पुलिस ने स्कूल के मालिक, उनके बेटे, प्राचार्य और दो शिक्षकों सहित पांच लोगों को गिरफ्तार किया है।
जानकारी के अनुसार, स्कूल के मालिक जसोधन सिंह, जो तांत्रिक क्रियाओं में विश्वास रखते हैं, ने अपने बेटे दिनेश बघेल, जो स्कूल के निदेशक हैं, को एक बच्चे की बलि देने के लिए कहा। इसके पीछे उनका उद्देश्य स्कूल और अपने परिवार की समृद्धि लाना था।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार सिंह ने बताया कि गिरफ्तार किए गए प्राचार्य और शिक्षक क्रमशः लक्ष्मण सिंह, रामप्रकाश सोलंकी और वीरपाल सिंह हैं।
कृतार्थ के माता-पिता को पहले यह बताया गया था कि उनका बेटा बीमार है और उसे अस्पताल ले जाया जा रहा है। बाद में उन्हें फिर से फोन कर बताया गया कि उसकी हालत बिगड़ गई है और उसे सादाबाद ले जाया जा रहा है।
कृतार्थ के पिता ने बताया, “हमने उनका पीछा किया, लेकिन वे गाड़ी नहीं रोक रहे थे। जब हम सादाबाद पहुंचे, तब हमने उनकी कार में बच्चे का शव पाया।”
पुलिस के अनुसार, पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से पता चला कि कृतार्थ की गला घोंटकर हत्या की गई थी। इसके अलावा, पुलिस ने यह भी खुलासा किया कि आरोपी इससे पहले 6 सितंबर को एक अन्य छात्र की बलि देने की कोशिश कर चुके थे, लेकिन सफल नहीं हुए।
हाथरस के पुलिस अधीक्षक निपुण अग्रवाल ने बताया, “हमने पांच लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।”
आरोपियों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 103(1) के तहत मामला दर्ज कर उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।